BLS International gets Three-Year MEA Contract to Operate Indian Visa Centers in China share jumps 19 percent

 जिसने ज़ख्म दिया, उसने ही दवा दी! BLS इंटरनेशनल का शेयर 19% से ज्यादा उछला

16 October 2025: BLS इंटरनेशनल लिमिटेड (BLS International Ltd.) के शेयरों ने गुरुवार को बीते 6 दिनों की सारी कसर पूरी कर दी. शेयर आज 15 परसेंट चढ़कर बंद हुए. वजह, जिसने जख्म दिया उसी ने मरहम भी दिया. दो दिन पहले विदेश मंत्रालय ने एक ऐसा आदेश दिया था, जिसकी वजह से BLS के शेयर औंधे मुंह गिर गए थे, आज उसी विदेश मंत्रालय (MEA) से कंपनी को चीन में भारतीय वीजा आवेदन केंद्र (IVACs) स्थापित करने और चलाने के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट मिला है. 

BLS International gets Three-Year MEA Contract to Operate Indian Visa Centers in China share jumps 19 percent

इंट्राडे में 19.5% तक उछला 

आज की तेजी ने BLS में पिछले छह दिनों की गिरावट का सिलसिला तोड़ दिया. इंट्राडे में ये शेयर 19.5% तक उछला और 332.90 रुपये तक उछल गया. इसके पहले 13 अक्टूबर को शेयर करीब 18% तक टूटा था और 52 हफ्ते के निचले स्तर 276.95 रुपये पर फिसल गया था, लेकिन आज की तेजी ने 13 अक्टूबर का हिसाब बराबर कर दिया. 

अंत में ये हल्की सी प्रॉफिट बुकिंग के साथ 14.77% ऊपर 319.70 पर बंद हुआ. इसे तेजी की बदौलत कंपनी का मार्केट कैप 13,163.36 करोड़ रुपये पहुंच गया. हालांकि इस साल ये शेयर 30% से ज्यादा टूट चुका है, जबकि बेंचमार्क निफ्टी में 7.7% की तेजी रही है. 

दो दिन पहले खबर आई थी कि विदेश मंत्रालय ने कंपनी पर किसी भी नए भारतीय प्रोजेक्ट टेंडर के लिए बोली लगाने पर 2 साल की रोक लगा दी थी. जिसके बाद शेयरों की जमकर पिटाई हुई थी और इसने 52 हफ्ते निचला स्तर भी छुआ था. कंपनी ने बताया था कि ये कार्रवाई कुछ अदालती मामलों और आवेदकों की शिकायतों से संबंधित है, लेकिन उसने इससे जुड़ी कोई खास डिटेल नहीं दी. कंपनी ने ये भी कहा था कि MEA की कार्रवाई को उनकी वित्तीय सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा. 

BLS इंटरनेशनल को मिला MEA से कॉन्ट्रैक्ट 

सरकारों और राजनयिक मिशनों के लिए एक विश्वसनीय आउटसोर्सिंग पार्टनर, BLS इंटरनेशनल सर्विसेज लिमिटेड ने बताया है कि उसे विदेश मंत्रालय की ओर से चीन में भारतीय वीजा आवेदन केंद्रों के मैनेजमेंट के लिए कॉन्ट्रैक्ट मिला है, जो कि 3 साल के लिए है. ये तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट 14 अक्टूबर 2025 से प्रभावी होगा. इसमें BLS इंटरनेशनल को बीजिंग, शंघाई और ग्वांगझोउ (Beijing, Shanghai, Guangzhou) में IVACs स्थापित करने और संचालित करने का काम सौंपा गया है. ये सेंटर्स आवेदकों को सरल, सुरक्षित और कंज्यूमर फ्रेंडली वीजा सर्विसेज देंगे.

ये नया कॉन्ट्रैक्ट ग्लोबल वीज़ा सर्विसेज मार्केट में BLS इंटरनेशनल निरंतर प्रासंगिकता और रेगुलेटरी चुनौतियों के बावजूद स्ट्रैटेजिक कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल करने की उसकी क्षमता को दर्शाता है. चीन में कंपनी के कामकाज से उसकी अंतरराष्ट्रीय मौजूदगी और सेवा क्षमता मज़बूत होने की उम्मीद है, जिससे वीज़ा और कांसुलर सर्विसेज के एक लीडिंग प्रोवाइडर के रूप में उसकी स्थिति और मज़बूत होगी. 

साल 2005 में शुरुआत करने वाली BLS इंटरनेशनल को लेकर आपकी उत्सुकता अगर इस बात को जानने में है कि कंपनी का अपने वीजा आउटसोर्सिंग सेक्टर में रसूख कैसा है, तो चलिए इसके बारे में कुछ बेहद दिलचस्प फैक्ट्स के बारे बताता हूं. 

BLS इंटरनेशनल के बारे में कुछ सॉलिड फैक्ट्स

  • वीजा आउटसोर्सिंग की एक लीडिंग कंपनी है, पूरी दुनिया में ये टॉप-2 कंपनियों में है
  • 70 से ज्यादा देशों में कामकाज फैला, 46 से ज्यादा सरकारों के साथ काम करती है  
  • 30 साल से ज्यादा का अनुभव है, अपने सेक्टर में एक मजबूत ब्रांड के रूप में मौजूद
  • कंपनी के पास वीजा और सिटिजन सर्विसेज में एक बेहद भरोसेमंद क्लाइंट बेस है 
  • वैल्यू के हिसाब से 17%, वॉल्यूम के हिसाब से 10% मार्केट शेयर (USA शामिल नहीं)
  • कंपनी एसेट-लाइट मॉडल पर काम करती है,  100% लीज्ड सेंटर्स हैं 
  • जिससे इसका एसेट टर्नओवर रेश्यो करीब ~9.7x है, जो कि काफी ऊंचा है 

एसेट लाइट मॉडल से कंपनी का प्रदर्शन काफी शानदार हो जाता है, इसको जरा समझते हैं, देखिए, कंपनी एसेट लाइट मॉडल पर काम करती है. यानी कंपनी अगर 100 परसेंट लीज्ड सेंटर पर काम करती है तो, टोटल एसेट्स हमेशा ही कम होगा. यही वजह है कि इसका एसेट टर्नओवर रेश्यो इतना ज्यादा है. 

एसेट टर्नओवर रेश्यो का मतलब ये हुआ कि कोई कंपनी कितनी कुशलता और तेजी से बिक्री बढ़ाने के लिए अपने एसेट्स का इस्तेमाल करती है. जिसकी कैलकुलेशन रेवेन्यू/एवरेज टोटल एसेट्स से होती है. चूंकि डिनॉमिनेटर काफी कम है, तो जाहिर है रेश्यो ज्यादा होगा. BLS का रेश्यो ~9.7x है, जो कि एसेट हैवी मॉडल पर काम करने वाली कंपनियों से कहीं ज्यादा है. जैसे कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में आमतौर पर 1-2x होता है. 

कंपनी की वित्तीय सेहत (Financial Statments for Q1 FY 2025-26)

रेवेन्यू                 711 करोड़    44% UP (YoY)

नेट प्रॉफिट         181 करोड़    50% UP (YoY)

EPS                   4.2 

FY26 की पहली तिमाही (Q1FY26) में, BLS इंटरनेशनल सर्विसेज लिमिटेड ने 711 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया. जो कि सालाना आधार पर 44% ज्यादा है, ये FY2025 की चौथी तिमाही (Q4FY25) में दर्ज 462.77 करोड़ रुपये की तुलना में तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) 59.0% की ग्रोथ दर्शाता है. 

कंपनी के मुनाफे में भी जबरदस्त ग्रोथ देखने को मिली है. Q1FY26 में प्रॉफिट बिफोर टैक्स (PBT) 200.19 करोड़ तक पहुंच गया. ये Q4FY25 के 93.46 करोड़ से 114.2% तिमाही-दर-तिमाही ग्रोथ को दर्शाता है. जबकि Q1FY25 के 134.71 करोड़ से 48.6% सालाना ग्रोथ को दर्शाता है. 

Q1FY26 में प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) 180.98 करोड़ रहा, जो Q4FY25 के 85.45 करोड़ से 111.8% तिमाही-दर-तिमाही ग्रोथ को दर्शाता है. जबकि Q1FY25 के 120.78 करोड़ से 49.8% सालाना ग्रोथ दर्शाता है.

कंपनी की प्रति शेयर आय (EPS) में भी दमदार तेजी देखने को मिली है. Q1FY26 में ये 4.20 रुपये पर पहुंच गई, जो तिमाही-दर-तिमाही 2 रुपये से 110% ज्यादा है और सालाना 2.80 रुपये से 50% ज्यादा है.

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